विश्व चूहा दिवस World rat day
साल में एक बार 4 अप्रैल को विश्व चूहा दिवस मनाया जाता है। चूहा दिवस मनाने का कारण चूहों को ज्यादा से ज्यादा फालतू बनाना और चूहों को बुद्धिमान बनाना और उनकी नस्ल सुधार करना जैसे कार्यों को बढ़ावा देना है।
चूहे आसानी से पालतू बनाया जा सकते हैं यह बहुत ही स्मार्ट बुद्धिमान और जिज्ञासु जीव है। चूहों को आसानी से बांधा पाला जा सकता है और सभी जानवरों को ज्ञान की आवश्यकता होती है इसीलिए चूहे को पालने वाली मालिक को चूहे को पिंजरे से कम से कम 6 से 7 घंटे बाहर रखना चाहिए। जानवर आजादी प्रेमी होते हैं इसीलिए इतने बाहर घूमने देना आवश्यक है। चूहों को नहीं मारना चाहिए बल्कि फालतू बनाकर उनकी बुद्धिमता को परखना चाहिए।
चूहों के बारे में रोचक तथ्य
- चूहों में नर व मादा चूहों के नाम अलग-अलग होती हैं नर चूहों को हिरण और मादा चूहों को बेबी कहा जाता है।
- और चूहों के जो नवजात शिशु होते हैं उनको पिल्ले कहा जाता है।
- सामान्यतः चूहों का जीवनकाल 2 से 3 साल का होता है।
- चूहों का वजन 20 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक हो सकता है।
- खेलते समय चाहे बहुत तेज आवाज करते है तो इनको पालने से पहले आपको ये बात याद रखनी चाहिए।
- ज्यादातर पृथ्वी पर रहने वाले जीवो के बालों में रक्त वाहिकाएं नहीं होती है लेकिन चूहों के पोस्ट में रक्त वाहिकाएं होती है क्योंकि वे उनके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- चूहों की साथ नस्लें पाई जाती है जिनमें दिनकर रंगों के आधार पर वेट किया जाता है देसी चांदी का काला और डालेमेसन इत्यादि।
#WorldRatDay विश्व चूहा दिवस
विश्व चूहा दिवस के दिन चूहों को पालने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है और चूहों के मालिक उस दिन पार्टियां भी रखते हैं और पालतू जानवरों के रूप में इनके लाभ और हानियां आप लोगों को बताई जाती है।
विश्व चूहा दिवस का इतिहास
सन 2002 में चूहा मालिकों ने अपने पालतू जानवरों के लिए एक दिवस मनाने का निर्णय किया और यह इंटरनेट पर बहुत ज्यादा चर्चित रहा इसके लिए चूहा मालिकों ने 4 अप्रैल का समय चुना। 4 अप्रैल को चूहा दिवस मनाने का निर्णय एक खास मकसद से किया गया क्योंकि इसी दिन रेट लिस्ट शुरू हुई थी।
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